आयुर्वेद का अर्थ औषधि - विज्ञान नही है वरन आयुर्विज्ञान अर्थात '' जीवन-का-विज्ञान'' है

फ़ॉलोअर

शनिवार, 14 जनवरी 2017

टिप्स जो व्हाट्सऐप पर मैंने भेजी

पूरे देश में वायरल फैला है ,पहले जुकाम होता है फिर बुखार हो जाता है जो दवाओं से कुछ ही देर के लिए उतरता है फिर वैसे ही हो जाता है ।
इसका सबसे बढ़िया उपाय है कि आप दालचीनी का काढ़ा सुबह दोपहर शाम पीजिये। कम से कम 4 ग्राम दालचीनी चूर्ण को 150 ग्राम पानी में 10 मिनट तक उबालिये।फिर बिना छाने पी लीजिये।एक बार में। फिर दोपहर को भी और शाम को भी।
किडनी भिन्न भिन्न कारणों से डैमेज होती है और कई जानलेवा बीमारियां पैदा हो जाती हैं। इस मौसम में मूली और शलजम प्रचुर मात्रा में बाजार में है।आप सुबह नाश्ते से पहले 50 ग्राम मूली का रस और 50 ग्राम शलजम का रस मिला कर पी लें तो किडनी का डैमेज रिपेयर हो सकता है।मूली पत्ते सहित पीस कर रस निकालें।कम से कम 21 दिनों तक जरूर पीयें।
भूख बढ़ाने के लिए
दालचीनी, इलायची, जीरा, जवाखार, सोंठ 50-50 ग्राम  लीजिये मिला कर पीस लीजिये।रोज 3 ग्राम चूर्ण सुबह पानी से निगल लीजिये।
पाचनशक्ति भी बढ़ेगी
भूख भी।
आमाशय शुद्ध और पावरफुल हो जाएगा।
अर्जुन विलम्ब पातक होगा ।
शैथिल्य प्राणघातक होगा ।।
             यह पक्तियां रोग के सन्दर्भ में बिलकुल सटीक हैं , क्योंकि रोग भले ही कैंसर, एड्स, वायरल जैसे जानलेवा हों, अगर शुरू होते ही इनका इलाज हो तो ख़त्म हो जाते हैं।किन्तु हम भारतीयों को रोग पालने की आदत है, इसी कारण बहुत छोटी छोटी बीमारियां जीवन भर के लिए अभिशाप बन जाती हैं।
            खैर दीपावली के इस मौसम में शरीर की भलाई के लिए जिमीकन्द/ओल/सूरन का प्रयोग सब्जी, भर्ता या अचार के रूप में जरूर करें।
यह बवासीर, कोलायटिस, भगंदर की बहुत अच्छी दवा है।लगातार एक माह प्रयोग कीजिए।
बाल की समस्या हो तो आधा किलो सरसो का तेल लीजिये उसमे 150 ग्राम सूखे आवले के टुकड़े डाल दीजिये, 3 या4 सूखे गुलाब के फूल डाल दीजिये। 7 दिन तक बोतल बंद करके धुप में रख दीजिये।रोज एक बार तेजी से बोतल हिला दीजिये जिससे सारी सामग्रियां ऊपर नीचे हो जाएँ।आठवें दिन से आप यह तेल सिर में लगा सकते हैं।आंवला आदि नीचे बैठ जाएगा ऊपर से तेल लगाते रहिये।आंवला बाद में खाने के काम आ जाएगा।
आँखों की किसी भी बिमारी के लिए ---
एक सेब आग पर भूनिये, बैंगन की तरह।
फिर उसको निचोड़ के रस पी जाइए और गूदे को दोनों आँखों पर लेप करके आधा घण्टा छोड़ दीजिये।
5 दिन लगातार यह काम कीजिए।आँखों की 90 %बीमारियां खत्म हो जाएंगी।

कोई टिप्पणी नहीं: